Hindi Motivational Poem-
‘मन की आग जलनी ही चाहिए’
मन की आग जलनी ही चाहिए ,
कश्ती तुफानों से निकालनी ही चाहिए ।
किये जायेंगे चोट पर चोट तो टूट जायेंगे पत्थर भी ,
पर चोट करने की हिम्मत तो करनी ही चाहिए ।
हरा देंगे बड़ी से बड़ी परेशानी को अब हम ,
परेशानी को भी होंसलों से डरना ही चाहिए ।
मन की………….
मुश्किलें न हो तो जीने का मजा क्या है ,
हर मुश्किल को मिटटी में मिलना ही चाहिए ।
सोच पहुँच चुकी है अब शिखर पर अपनी ,
अब तो सितारों को भी झुकना ही चाहिए ।
मन की………….
इम्तेहान अगर कड़े हों तो
इरादों को भी कड़ा होना ही चाहिए ।
नहीं मोहताज हम किसी कश्ती के अब ,
हिम्मत की क़द्र तो होनी ही चाहिए।
लोग तो इंतज़ार करेंगे तेरे हारने का ,
उनको तो जवाब मिलना ही चाहिए ।
मन की………….
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